LJP में घमासान के बीच चिराग पासवास पहुंचे अहमदाबाद, PM Modi के करीबी नेताओं से की मुलाकात
Chirag Paswan reached Ahmedabad amid the turmoil in LJP, met leaders close to PM Modi
लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) में टूट से आहत नजर आ रहे जुमई सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) सोमवार को अचानक गुजरात पहुंच गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक करीबी नेता से अहमदाबाद में मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई, इसका खुलासा चिराग पासवान ने नहीं किया है। हालांकि लोजपा सांसद ने एक निजी चैनल से इतना जरूर कहा कि यह पर्सनल ट्रिप है।

बिहार में लोजपा के अंदर जिस तरह की उठापटक मची है, उसे देखते हुए इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद नेता से मुलाकात कर चिराग पासवान पार्टी पर अपना दावा मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। चिराग ने यह मुलाकात पीएम मोदी और बीजेपी से की गई अपील पर कोई रिस्पॉन्स न मिलने पर की है। दरअसल चिराग ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘यह सही नहीं है कि जब हनुमान का वध हो रहा हो तो राम चुप रहें।’
चिराग को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटी राजद
चिराग पासवान गुजरात में है और बिहार में लालू की पार्टी आरजेडी ने उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। राजद ने चिराग के पिता रामविलास पासवान की जयंती मनाने का ऐलान कर दिया है। राजद इसी 5 जुलाई को रामविलास पासवान की जयंती मनाएगी। चिराग को लेकर एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने कहा था कि वह अपने पिता राम विलास पासवान की विरासत को आरएसएस (RSS) विचारक एम एस गोलवलकर के विचारों के खिलाफ ‘अस्तित्व की लड़ाई’ में शामिल होकर ही आगे ले जा सकते हैं।

बीजेपी में खलबली
इधर चिराग में राजद की दिलचस्पी देख बिहार बीजेपी में खलबली दिखनी शुरू हो गई है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय खुद जवाब देने उतर गए हैं। मंगल पांडेय ने कहा कि ‘ऐसे वरिष्ठ लोगों की जयंती या पुण्यतिथि लोगों को मनानी चाहिए। लेकिन किसी लाभ और हानि की बात करना मैं उचित नहीं समझता। रामविलास पासवान जैसा व्यक्ति होना मुश्किल है, वो हमेशा से लोगों की मदद करते रहे और उनका व्यक्तिगत सानिध्य भी मुझे मिला है। इस जयंती में कहीं भी राजनीति का लाभ नहीं देखना चाहिए।’
News Source- NBT
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