खुद को ‘कल्कि अवतार’ बताया, कहा- ग्रेच्यूटी दो, नहीं तो सूखा ला दूंगा
Called himself 'Kalki Avatar', said - give gratuity, otherwise I will bring drought

नौकरी पेशे में तंख्वाह इत्यादि को लेकर कुछ खास दिक्कतें आने पर लोग लेबर कोर्ट का रुख करते हैं। लेकिन मान लीजिए कोई निजी या सरकारी कर्मचारी अपने ग्रैच्युटी निकलवाने के लिए श्राप देने की धमकी देने लगे तो आप क्या कहेंगे? यकीनन आप उसकी इस अजीब सी बात कर हंस देंगे। दरअसल गुजरात में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां खुद के भगवान विष्णु का अंतिम अवतार ‘कल्कि’ होने का दावा करने वाले गुजरात सरकार के एक पूर्व कर्मचारी रमेशचंद्र फेफर ने मांग की है कि उनकी ग्रैच्युटी जल्द से जल्द जारी की जाए वरना वह अपनी ‘‘दिव्य शक्तियों” का इस्तेमाल करके इस साल दुनिया में गंभीर सूखा ला देंगे। ‘कल्कि’ होने का दावा कर वह लंबे समय तक ऑफिस नहीं आए, इसके चलते फेफर को सरकारी सेवा से समय से पहले रिटायर कर दिया गया था।
‘मुझे परेशान कर रहे सरकार में बैठे राक्षस’
गौरतलब है कि फेफर राज्य के जल संसाधन विभाग के सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में अधीक्षण अभियंता के तौर पर वडोदरा कार्यालय में पदस्थ थे। एक जुलाई को जल संसाधन विभाग के सचिव को लिखे पत्र में फेफर ने कहा कि ‘‘सरकार में बैठे राक्षस” उनकी 16 लाख रुपये की ग्रैच्युटी और एक वर्ष के वेतन के रूप में 16 लाख रुपये रोककर उनको परेशान कर रहे हैं।
‘परेशान किया तो धरती पर सूखा ला दूंगा’
फेफर ने कहा कि उन्हें परेशान किया जा रहा है जिस कारण वह धरती पर भीषण सूखा ला सकते हैं क्योंकि वह भगवान विष्णु के दसवें अवतार हैं जिसने ‘सतयुग’ में शासन किया था। बता दें कि आठ महीने में केवल 16 दिन ऑफिस आने के लिए उन्हें 2018 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जल संसाधन विभाग के सचिव एम के जाधव ने कहा, ‘‘फेफर कार्यालय आए बगैर वेतन की मांग कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि उन्हें सिर्फ इसलिए वेतन दिया जाना चाहिए कि वह ‘कल्कि’ अवतार हैं और धरती पर वर्षा लाने के लिए काम कर रहे हैं और उनके कारण ही पिछले दो साल बारिश हुई है।”
News Source- Hindustan
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