मुसीबत के समय भाजपा ने मुझे अकेला छोड़ दिया : चिराग पासवान

LJP Crisis: Pain of PM Modi's 'Hanuman', BJP left me alone in crisis: Chirag Paswan

पटना/नई दिल्ली: चाचा पशुपति पारस से सियासी लड़ाई लड़ रहे चिराग पासवान के मन का एक और मलाल बाहर आया है। अंग्रेजी अखबार द हिंदू को दिए खास इंटरव्यू में चिराग पासवान ने इस बात का खुलकर जिक्र किया है। पीएम मोदी के ‘हनुमान’ चिराग पासवान को इस बात का दर्द है कि संकट में बीजेपी ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। पढ़िए और क्या-क्या कहा चिराग ने..

Chirag

बीजेपी ने मुझे अकेला छोड़ा- चिराग
जब चिराग पासवान से ये सवाल पूछा गया कि क्या उनका समीकरण गड़बड़ हो गया क्योंकि उन्होंने बिहार चुनाव में NDA को नुकसान पहुंचा दिया। क्या इसी वजह से बीजेपी ने भी उनका साथ छोड़ दिया?

चिराग पासवान- हां, मुझे लगता है कि उन्होंने मुझे छोड़ दिया है। बीजेपी से किसी ने भी मुझसे संपर्क नहीं किया है। यह दुख की बात है, क्योंकि मैंने और मेरे पिता रामविलास पासवान ने पूरे दिल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेतृत्व का तब समर्थन किया जब कोई भी नरेंद्र मोदी जी से हाथ मिलाने को तैयार नहीं था। जब नीतीश ने BJP का साथ छोड़ा तो मेरे पिता ही

LJP Crisis : निकला चिराग का इमोश्नल ब्रह्मास्त्र! देखिए रामविलास पासवान की मौत से पहले का ये वीडियो थे जो राम मंदिर हो, अनुच्छेद 370, सीएए और तीन तलाक पर BJP के साथ खड़े थे।

सवाल- क्या आपको बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अकेले जाने और जेडीयू के खिलाफ प्रचार करने के अपने फैसले पर पछतावा है?

चिराग पासवान- हरगिज नहीं। मुझे अपने राज्य के लोगों से जिस तरह का समर्थन मिल रहा है, वह सिर्फ इसलिए है क्योंकि मैंने वह चुनाव अकेले लड़ा था। हर कोई नीतीश कुमार का विकल्प चाहता था। एलजेपी को गठबंधन में केवल 15 सीटों की पेशकश की गई थी। अगर मैं इसके लिए राजी हो जाता, तो अगले चुनाव के समय तक एलजेपी के पास एक ही विकल्प बचा होता कि हमारा किसी क्षेत्रीय या राष्ट्रीय पार्टी में विलय हो जाता। इसके अलावा, आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ आगे नहीं बढ़ सकते जो आपकी विचारधारा का सम्मान नहीं करता है। नीतीश कुमार किसी अन्य सहयोगी को जगह दिए बिना अपना एजेंडा तय करना चाहते हैं।

नीतीश ने मेरे पिता को अपमानित किया- चिराग
चिराग पासवान ने आगे कहा कि ‘गठबंधन सरकारें न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चलती हैं। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं किसी ऐसे व्यक्ति के साथ कैसे जा सकता हूं जिसने मेरे पिता को अपमानित किया है, उन्हें बदनाम करने, हराने और नष्ट करने की कोशिश की है? यह पहली बार नहीं है जब वह मेरी पार्टी तोड़ रहे हैं। उन्होंने 2005 में ऐसा किया था, जब उन्होंने फरवरी के चुनाव के बाद एलजेपी विधायकों पर डोरे डाले। ठीक ऐसे ही उन्होंने उन्होंने मटिहानी से जीतने वाले एलजेपी विधायक को छीन लिया। यह उनकी आदत रही है।’

News Source – NBT

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