19 साल पहले जहां हुआ सबसे बड़ा आंदोलन , वहीं लगा किसानों का जमावड़ा
19 साल पहले जहां हुआ सबसे बड़ा आंदोलन , वहीं लगा किसानों का जमावड़ा। किसान आंदोलन के 70वें दिन हरियाणा के जींद जिले में कृषि कानून के खिलाफ महापंचायत हुई और बता दूं कि यह महापंचायत हरियाणा के कंडेला में हुुुई है, जहां पर सैकड़ों गांव के किसान इकट्ठा हुए हैं।
राकेश टिकैत जो कि भारतीय किसान यूनियन के नेता है वह किसान आंदोलन के समर्थन में आज कंडेला में हो रहे महापंचायत में शामिल हुए हैं। टेकराम कंडेला जो की सर्वजातीय कंडेला खाप के प्रमुख हैं, उन्होंने बताया कि महापंचायत के लिए हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव में संपूर्ण व्यवस्था की गई है।
जहां पर राकेश टिकैत के अलावा कई खाप नेता भी शामिल हुए हैं। यह हरियाणा का वही जगह है, जहां 19 साल पहले सबसे चर्चित आंदोलन किया गया था और आज एक बार फिर उस इतिहास को दोहराने की कोशिश की गई है। महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा, कि सरकार के पास केवल अक्टूबर तक का ही समय है और यदि तब भी सरकार नहीं मानी, तो हम सभी किसान 44,00000 ट्रैक्टर के साथ आंदोलन करेंगे।
बता दें कि हरियाणा के आसपास 25 खापों की प्रतिनिधि भी इस महापंचायत में शामिल हुए हैं और इसी महापंचायत में किसान आंदोलन से संबंधित आगे और भी कई रणनीति बनाई जाएगी।
राकेश टिकैत ने दिया जवाब
महापंचायत में राकेश टिकैत में कहा कि जब राजा डरते हैं तभी वह किलेबंदी करते हैं। हम भी दिखा देंगे कि आने वाले 400 सालों तक लोगों को यह किसान आंदोलन याद रहेगा। उन्होने कहा कि यह किले हम अपने खेतों पर नहीं लगाते है, लेटेगा मेरा शरीर इन किलों पर। सरकार को ललकारते हुए राकेश ने कहा, कि यदि भारत के युवा गद्दी बदलने पर आ गए, तो यह सरकार के लिए बेहद बुरा हो जाएगा।
इसके अलावा राकेश ने गाजीपुर में लगे किलों पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, कि किलों को उखाड़ लिया जाएगा और उसे चौपाल में रख दी जाएगी और इन्हीं किलों को आने वाले पीढ़ियों को दिखाया जाएगा, की कैसे एक समय था जब किसानों ने सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
19 साल पहले जहां हुआ सबसे बड़ा आंदोलन , वहीं लगा किसानों का जमावड़ा