हरसिमरत कौर का इस्तीफा राष्ट्रपति ने भी स्वीकार किया
नई दिल्ली। अकाली दल से केंद्र में एकमात्र मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कल(गुरुवार) को अपना इस्तीफा दे दिया था, जिसे आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया है। हरसिमरत ने यह इस्तीफा केंद्र सरकार की ओर से पेश कृषि बिलों को लेकर दिया है, जिसका पंजाब व हरियाणा में बड़ी संख्या में किसान विरोध कर रहे हैं। कल शिरोमणी अकाली दल के शीर्ष नेता सुखबीर सिंह बादल ने संसद में ही इसके संकेत दे दिए थे कि हरसिमरत खाद्य प्रसंस्करण मंत्री के अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं।
President of India Ram Nath Kovind, as advised by the Prime Minister, has accepted the resignation of Harsimrat Kaur Badal (in file pic) from the Union Council of Ministers, with immediate effect: Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/t8UQZ1jJJY
— ANI (@ANI) September 18, 2020
वहीं इस फैसले के बाद भी अकाली दल का समर्थन एनडीए को जारी रहेगा। लेकिन इस फैसले को एनडीए में एक दरार के तौर पर भी देखा जा रहा है। हरसिमरत कौर ने इस्तीफे के बाद अपने फैसले को सही और किसानों के हक़ में बताया।
I have resigned from Union Cabinet in protest against anti-farmer ordinances and legislation. Proud to stand with farmers as their daughter & sister.
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) September 17, 2020
दूसरी तरफ इन बिलों के पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई है और इसे किसानों के हित में बताया है। उन्हीने कहा है कि अब किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिल जाएगी।
लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयकों का पारित होना देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे। #JaiKisan
— Narendra Modi (@narendramodi) September 17, 2020