सुशांत मामले में आखिर क्या है, जिसने मीडिया को टीआरपी का खजाना दे दिया
नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में आखिर ऐसा क्या है, जिसने मीडिया को टीआरपी का खजाना दे दिया। बॉलीवुड के इतिहास में शायद ही ऐसा कोई मामला होगा, जो इस तरह लोगों के लिए राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। कोरोना संक्रमण की खबरों से ऊब चुके लोगों के लिए यह केस आश्चर्य के साथ एक कौतूहल की बयार लेकर आया। कोरोना और लॉकडाउन की वजह से लोगों की नौकरियां भले ही चलें गई, लेकिन लोगों ने सुशांत की खबरों को देख न्यूज चैनल की टीआरपी भी बढ़ा दी।
सुशांत मामले में इतने ट्विस्ट एंड टर्न, आरोप-प्रत्यारोप, लोगों का समर्थन, सोशल मीडिया में हलचल, ड्रग्स, पोलटिकल interest, हैं कि क्या कहिये। मीडिया भी सम्भवतः कोरोना की कवरेज से ऊब चुका था, और शुरुआत में कुछेक चैनल ने इसकी नब्ज पकड़ी,फिर सारे चैनल इस भेड़चाल में शामिल हो गए। एक नया चैनल तो सुशांत मामले को दिखाकर टॉप पर पहुंच गया। क्या इंग्लिश, क्या हिंदी चैनल 24 घंटे सिर्फ सुशांत, सुशांत और सुशांत।
सुशांत एक सुपरस्टार था उसकी मौत ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। शुरुआत में कोई यही समझ नहीं पाया कि आखिर उसने आत्महत्या क्यों की। एक सुपरस्टार जिसकी फिल्में अच्छा कर रही है, जिसके पास ऑफर की कमी नहीं, पैसे की कमी नहीं, इज़्ज़त-शोहरत सबकुछ है, वो आखिर आत्महत्या क्यों करेगा। मुम्बई पुलिस ने भी आत्महत्या वाले एंगल पर मुहर लगा दी थी। धीरे-धीरे केस कुछ बॉलीवुड दिग्गजों की पूछताछ के बाद ठंडा पड़ता जा रहा था, लेकिन सुशांत के पिता के एफआईआर ने पूरे मामले को ही मोड़ दिया और आत्महत्या की थियोरी धूमिल पड़ गई। मीडिया ने इस एफआईआर को हाथों हाथ लिया और मामले की 24 ऑवर कवरेज शुरू हो गई और शुरू हो गया टीआरपी का खेल।
मामले में मीडिया को कच्ची सामग्री भी दोनों पक्षों ने मुहैया कराई। मसलन एक दिन रिया की तरफ से कोई वाट्सअप चैट या फोटो तो एक दिन सुशांत की बहनों की तरफ से फोटोज या वीडियो को शेयर करना जारी रहा। जिसे मीडिया ने अपनी मुख्य खबर बना कर खूब टीआरपी बटोरी। सोशल मीडिया पर भी सुशांत के परिवार को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। पॉपुलर मीडिया कम्पनी इस बात को भली भांति जानती है और देश का नब्ज़ पकड़कर उसने अपने कवरेज को सुशांत के नाम कर दिया।
सुशांत मामले में कई ऐसे एंगल का गठजोड़ है, जो इसे सुपर डिमांडिंग बनाता है। मामले में महाराष्ट्र और बिहार के बड़े-बड़े मंत्रियो ने बयान दिए। यहां तक कि इसमें आदित्य ठाकरे तक का नाम सामने आया। मीडिया के लिए इससे सनसनीखेज क्या ही सकता था। झोली भरके टीआरपी मिली।
दूसरी ओर मामले में ईडी, सीबीआई के बाद नारकोटिक्स ब्यूरो की एंट्री हो गई। जांच का दायरा इतना बड़ा हो गया कि इन तीनों केंद्रीय एजेंसियों से कुछ न कुछ उपडेट रोज़ मिलता रहा। जब किसी एक मामले में देश की इतनी रुचि हो,सुब्रमण्यम स्वामी जैसा नेता रोज़ ट्वीट करता हो, कंगना रनौत जैसी अभिनेत्री मुम्बई की तुलना पीओके और तालिबान से कर दे, तो स्वाभाविक है कि मामले में उफान आना तय था।
मौजूदा अपडेट ये है कि ड्रग्स एंगल से जांच कर रही एन सीबी ने रिया के भाई शोविक चक्रवर्ती और सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा को गिरफ्तार कर लिया है।