‘दिल बेचारा’ के साथ सुशांत सिंह राजपूत रुला गए सबको
नई दिल्ली। जब कोई महान कलाकार अपने सफर को बीच में ही छोड़ देता है तो ‘दिल बेचारा’ हो ही जाता है। सुशांत अपनी आखिरी फ़िल्म में सबका ‘दिल बेचारा’ और अपने फैंस को रुला कर हमेशा के लिए फिल्मी अलविदा कह गए। फ़िल्म को आज ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर दिया गया और जैसा कि उम्मीद थी लोग सुशांत को देखने टूट पड़े।

फ़िल्म में उनके चुलबुले और इमोशनल किरदार को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। लोग खुद को सुशांत से कनेक्ट कर रहे हैं और विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि ये शानदार अभिनेता अब इस दुनिया में नही रहा। इस मौके पर उनकी एक्स गर्लफ़्रेंड अंकिता लोखांडे ने ट्वीट कर सुशांत को अपने ही अंदाज़ में याद किया।
From #pavitrarishta to #dilbechara
One last time !!! pic.twitter.com/3tCruDZD1h
— Ankita lokhande (@anky1912) July 24, 2020
फ़िल्म में सुशांत के अलावा संजना सांघी और सैफ अली खान भी हैं। दोनों के अभिनय की भी खूब तारीफ हो रही है। फ़िल्म को क्रिटिक्स ने भी काफी सराहा है। सुशांत की वजह से फ़िल्म पहले से ही हाई डिमांड में थी। लोग इसे सिनेमा घरों में रिलीज करने की मांग कर रहे थे लेकिन कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज कर दिया गया। क्रिटिक्स तरण आदर्श ने तो फ़िल्म को चार स्टार दिए हैं।
#OneWordReview…#DilBechara: HEARTWARMING.
Rating: ⭐️⭐️⭐️⭐️
A beautiful love story… #SushantSinghRajput is top notch, charismatic in light moments, makes you moist-eyed in emotional parts… #SanjanaSanghi is wonderful… Give it all your love! #DilBecharaReview pic.twitter.com/CRNT9ujqyx— taran adarsh (@taran_adarsh) July 24, 2020
फ़िल्म किज्जी और मैनी के किरदार के इर्द गिर्द घूमती है। किज्जी यानी संजना सांघी को टर्मिनल कैंसर होता है और उनकी ज़िंदगी में एंट्री होती है मैनी यानी सुशांत सिंह राजपूत की। किज्जी का सपना होता है कि वह मशहूर लेखक आफताब यानी सैफ अली खान से लंदन जाकर मिले। और फिर मैनी उसे आफताब से मिलवाता है और कहानी आगे बढ़ती है।
सुशांत ने वैसे तो हर फिल्म में दमदार अभिनय किया है और वह महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभा कर पहले ही अमर हो चुके हैं,लेकिन इस फ़िल्म ने दर्शकों को इमोशनल होने पर मजबूर कर दिया। वैसे भी अपने चहेते स्टार की आखिरी फ़िल्म देख कर फैन्स के दिल भर आना लाजिमी है,आखिर दिल तो बेचारा है जी।