सस्ते कर्ज ने ऑटोमोबाइल बिक्री को दी तेजी
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया(आर बी आई) के नेतृत्व में खुदरा कर्ज दरों को कम करने की कोशिशों का फायदा अब ऑटोमोबाइल बिक्री पर दिखाई देने लगा है।
ऑटोमोबाइल कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चर्स के अनुसार सितंबर में सवारी कारों की बिक्री में 26.45 प्रतिशत और दोपहिया वाहनों की बिक्री में 11.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी के पीछे सस्ता कर्ज भी एक बड़ी वजह है।
संगठन के अनुसार त्योहारी सीजन की शुरुआत हो गई है और उम्मीद है कि सस्ते कर्ज की वजह से अधिक ग्राहक नये वाहन खरीदने को प्रेरित होंगे। कम से कम इस वर्ष दिसम्बर तक भारतीय कार बाज़ार में बिक्री की रफ्तार तेज रहने की संभावना है। वैसे, कार और दोपहिया बाजार के अलावा दूसरे वाहन बाजार में अभी तेजी की स्थिति नहीं है। खास तौर पर तिपहिया और कमर्शियल वाहनो की सुस्त बिक्री चिंता का सबब है। इसी तरह वाहनों के निर्यात में सितंबर माह के दौरान 35.89 प्रतिशत की गिरावट रही, जो सेक्टर को परेशान करने वाली है।
गौरतलब है कि अभी कई बैंक आठ प्रतिशत से भी कम दर पर ऑटो लोन दे रहे हैं। पिछले एक दशक में इससे सस्ती दर पर ऑटो लोन नहीं दिया गया है, साथ ही कई कंपनियां गाड़ी की पूरी कीमत के बराबर कर्ज दिलाने के साथ ही पांच पाँच वर्षों तक फ्री सर्विस जैसे लुभावने ऑफर दे रही है।