भारतीय नौसेना को मिला एक और आधुनिक पोत, समुद्री अभियान को मिलेगी मजबूती
कोलकाता। रक्षा उत्पादन करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम गार्डन रिच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनर्स ( जीआरएसई) ने नये साल पर भारतीय नौसेना को आठवें और अंतिम लाइट क्राफ्ट यूटिलिटी( एलसीयू) पोत की आपूर्ति कर दी।इसके साथ ही भारतीय नौसेना को मिला एक और आधुनिक पोत, समुद्री अभियान को मिलेगी मजबूती।
जीआरएसई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रियर एडमिरल वी के सक्सेना के अनुसार कोरोनो महामारी और इसके कारण लागू लॉकडाउन की चुनौतियों के बावजूद जीआरएसई ने सफलतापूर्वक आठ एलसीयू पोत निर्माण के कार्य के तहत आख़िरी पोत की आपूर्ति भारतीय नौसेना को कर दी।
उन्होंने बताया कि यह पोत जमीन और पानी दोनों जगहों पर कार्य करने में सक्षम है। इस पोत को रणनीतिक तौर पर अहम अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पास तैनात किया जायेगा,जो दक्षिण चीन सागर की तरफ जाने वाले अहम समुद्री रास्ते के समीप है। इसे खासतौर पर सबसे अधिक दुर्गम तटीय इलाकों में सैन्य अभियान को अंजाम देने के लिये बनाया गया है।
यह पोत सैनिकों के साथ साथ युद्धक टैंक , व्यक्तिगत वाहन और अन्य सैन्य वाहन को भी तट पर पहुंचा सकता है। पोत को 216 सैनिकों के रहने के लिये डिज़ाइन किया गया है और इसमें दो स्वदेशी सीआरएन 91 तोपें लगी हुई है, जो सैन्य अभियान के दौरान दुश्मन पर गोले दाग सकती है।
एलसीयू पोत में आधुनिक प्रोधोगिकी का इस्तेमाल किया गया है और कंपनी ने 90 फीसदी स्वदेशी कल पुर्जों से इसका निर्माण किया है। यह 15 नॉट की गति के साथ उथले तटीय इलाकों में बखूबी काम कर सकता है।
यह पोत विश्वस्तरीय डिज़ाइन और श्रेणी के मामले में खास है और इसे भारतीय नौसेना की विशेष जरूरतों को ध्यान में रख कर निर्माण किया गया है।
भारतीय नौसेना को मिला एक और आधुनिक पोत, समुद्री अभियान को मिलेगी मजबूती