बिहार चुनाव में अब दिग्गजों के बीच टक्कर, राहुल -मोदी आमने सामने
पटना। बिहार के चुनावी रण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और राहुल गाँधी अब आमने सामने आ गए है, शुक्रवार को दोनों ने ही बड़ी-बड़ी चुनावी रैलियां की और एक दूसरे पर निशाना साधा।
इन दोनों बड़े नेताओं की रैली के बाद अब असल मायने में बिहार चुनाव का आगाज़ हुआ है।
गया में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की,जिससे सुनते ही भीड़ में खुशी की लहर दौड़ गयी, और उसके बाद विपक्ष पर जमकर निशाना भी साधा।
पीएम ने कहा की अब लालटेन का जमाना जा चूका है, क्योंकि पिछले 6 सालों से बिजली की खपत बढ़ी, बिहार के लोग भूल नहीं सकते वो दिन जब सूरज ढलते का मतलब होता था, सब कुछ बंद हो जाना ठप्प पड़ जाना।
बाद में मोदी जी ने कोरोना से लड़ाई और प्रवासी मजदूरों को संभालने के लिए मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार की तारीफ की, और कहा की बिहार के लोगो ने चुनाव से पहले ही साफ संदेश दे दिया है, यहाँ के लोग भ्रम में नहीं रहते, जितने भी सर्वे और रिपोर्ट सामने आई है उनमे साफ है की बिहार में फिर से NDA की सरकार बन रही है
वहीं राहुल गाँधी ने भी खूब पीएम मोदी और JDU पर जुबानी वार किए
राहुल गाँधी ने जनता से पूछा की नोटबंदी से क्या फयदा हुआ? उन्होंने कहा की आपका पैसा, हिंदुस्तान के सबसे अमीर परिवारों के खातों में डाल दिया गया, उन्होंने कहा की मोदी जी अम्बानी और अडानी के लिए रास्ता साफ करते है, है और पूरी सरकार सिर्फ उनके हितों के लिए काम करती है
बिहार में लोगो से विकास करने वाली सरकार लाने की भी अपील की,
राहुल गाँधी ने आखिर में कोरोना के मुद्दे को उठाते हुए, कहा की कोरोना के चलते जब लोग भूखे थे तो नरेंद्र मोदी ने क्या मजदूरों की मदद की? भूखे हो तो क्या हुआ, प्यासे हो तो क्या हुआ, कुछ भी हो जाए उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
राहुल ने कहा कि बिहार का विकास करने वाली सरकार लानी है, बिहार इसबार सच्चाई को पहचानने जा रहा है । वह जाते जाते कांग्रेस और राजद के प्रत्याशियों को वोट देने को कह गए |