पीएम मोदी ने सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्य बनाने की तगड़ी वकालत की
अनुराग सक्सेना
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की तगड़ी वकालत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि इस समय संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं, प्रक्रियाओं और हर प्रकृति में सुधार की जरूरत है। उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया कि संयुक्त राष्ट्र में अपने अद्वितीय योगदानों के बावजूद भारत इस वैश्विक संस्था की निर्णायक इकाइयों में कब शामिल होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें अधिवेशन को हिंदी में संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष आज संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता का बहुत बड़ा सवाल है क्योंकि आज तथा भविष्य की जरूरतें और चुनौतियां उससे समय से व्यापक रूप से अलग हैं जब 1945 में यह संस्था स्थापित की गई थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”भारत ऐसा देश है जहां सैकड़ों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां, कई संप्रदाय और कई विचारधाराएं हैं। यह देश सदियों तक वैश्विक अर्थव्यवस्था की अगुआई करता रहा और जहां सैकड़ों सालों तक विदेशी शासन रहा।”
चीन को छोड़कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अन्य चार स्थायी सदस्यों ने सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है।
प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भी संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले 8-9 महीनों से पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है। इस साझा लड़ाई में संयुक्त राष्ट्र कहां है।