प्याज ने रुलाया, तो सरकार ने उठाया ये सख्त कदम
नई दिल्ली। प्याज हर घर की रसोई की जान है। इसके बिना रसोई सूनी हो जाती है। ऐसे में प्याज की कीमत बढ़ना किचन की सेहत और आम आदमी की जेब दोनों के लिए अच्छा नहीं है। हर साल यही वो समय है, जहां से प्याज की रेट में आग लगना शुरू होता है और दीपावली के आस-पास चरम पर पहुंच जाता है। इसी के मद्देनजर सरकार ने प्याज के निर्यात पर पांबदी लगा दी है।
Government bans export of onions with immediate effect
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— ANI Digital (@ani_digital) September 14, 2020
डायरेक्ट्ररेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि सभी तरह के प्याज के निर्यात पर तुरंत पाबंदी लगा दी गई है। इसमें बैंगलूर रोज और कृष्णापुरम प्याज भी शामिल है। अब तक प्याज की इन किस्मों के निर्यात पर कोई पाबंदी नहीं थी।

देश में प्याज की कीमतें बढ़ गई हैं और घरेलू बाजार में इसकी कमी है। इनदिनों प्याज 40 से 50 रुपये प्रतिकिलो बिकने लगा है और लगातार इसके रेट में बढ़ोतरी की संभावना है। कई बार मौसम की वजह से भी प्याज के उत्पादन में कमी हो जाती है। ऐसे में फिलहाल आये इस संकट से निपटने के लिए सरकार ने निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का यह सख्त कदम उठाया है। भारत से बांग्लादेश, मलेशिया, यूएई और श्रीलंका को प्याज का सबसे अधिक निर्यात होता है।
देश अभी कोरोना से धीरे- धीरे उबर रहा है। हालांकि रोज़ाना के आंकड़े डराने वाले हैं, लेकिन लोग मानसिक तौर पर इस महामारी का सामना करने और काम-काज पटरी पर लाने के लिए जोर लगा रहे हैं। ऐसे में इन रोजमर्रा की आवश्यक चीज़ों की कीमत पर लगाम कसी रहे, यह बहुत जरूरी है।