पैंगोंग झील में नौसेना के मारकोस की तैनाती की गई
जम्मू। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा( एलएसी) पर चीन के नापाक इरादों को विफल बनाने के लिये पैंगोंग झील में भारतीय नौसेना के उच्च प्रशिक्षित मारकोस( मैरीन कमांडो) की तैनाती की गई है।
सूत्रों के अनुसार पैंगोंग झील में गश्त और सतर्कता के स्तर में वृद्धि के लिये इन मारकोस की तैनाती हुई है। इन मारकोस को आधुनिक मोटरबोट भी दी जायेगी। पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील का खासा हिस्सा चीन के पास है। वहाँ नौसेना के कमांडो की तैनाती से चीन के नापाक मंसूबों को विफल करने में सेना को मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही लद्दाख की जबरदस्त ठंड में नौसेना के कमांडो अपनी मारक क्षमता को और भी बढ़ायेंगे।
गौरतलब है कि मारकोस नौसेना की अति प्रशिक्षित ईकाई है। यह कमांडो देश के सबसे ज्यादा प्रशिक्षित कमांडो में शुमार है। हवा और जमीन के साथ साथ पानी में लड़ाई लड़ने के लिये विशेष तौर पर प्रशिक्षित है।
यह कमांडो आतंकवाद और समुद्र के भीतर नौसेना के किसी भी प्रकार के ऑपेरशन को अंजाम देने में सक्षम है। इन्हें कड़े प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है, ताकि वे हर चुनौती से निपट सकें।
पूर्वी लद्दाख में लगभग छह माह से एलएसी पर चीन से जारी गतिरोध के कारण सर्दियों में भारतीय सेनाओं को अग्रिम मोर्चों पर सतर्क रखा गया है।