जया मैम, ये वक़्त अब पूरी थाली बदलने का है
‘जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं।’ जया बच्चन ने ड्रग्स मामले में आवाज उठाने के लिए रवि किशन और कंगना रनौत पर निशाना साधते हुए यही कहा था। लेकिन जया बच्चन जी से भी पूछा जाना चाहिए कि अगर थाली का अधिकतर हिस्सा गंदा हो गया हो तो, उसका क्या किया जाना चाहिए। उसमें छेद करना चाहिए या उठाकर फेंक देना चाहिए।
कंगना रनौत ने कहा था कि 99 प्रतिशत बॉलीवुड स्टार ड्रग्स लेते हैं। चलिए ये मान भी ले कि ये प्रतिशत 99 ना हो, लेकिन इससे कौन इनकार कर सकता है कि अधिकांश बॉलीवुड स्टार ड्रग्स की गिरफ्त में आ चुके हैं। लोग जिसे रोल मॉडल मानते हैं, वो पार्टियों में गांजा फूंकता है, ये सोच कर भी कितना अजीब लगता है। ऐसे लोग समाज का रोल मॉडल कैसे हो सकते हैं। सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान बहुत बड़े खानदान से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन अब उनका नाम भी इस मामले में सामने आ रहा है। क्या ये जया जी को नहीं दिखता। बॉलीवुड की चमचमाती थाली जन्म के साथ इन्हें मिली, फिर क्यों कर दिया इसमें ड्रग्स लेकर छेद।
रवि किशन ने भी संसद में यही कहा कि बॉलीवुड ड्रग्स की चपेट में आ चुका है और एनसीबी व सरकार की इस मामले में भूमिका की सराहना की। लेकिन जया जी भड़क गईं और बॉलीवुड के कुछ सितारे उनकी समर्थन में आ गए। सोनम कपूर ने तो घोषणा तक भी कर दी कि वह उनकी तरह बनना चाहती है। अनुभव सिन्हा ने उन्हें रीढ़ की हड्डी बता दिया।
बॉलीवुड दरअसल अपने गंदे कामों को हमेशा चारों तरफ घेरा बनाकर छुपाना चाहता है। अब सुशांत की मौत के बाद जब परत दर परत इसकी गंदगी सामने आ रही है तो कई लोग तिलमिला गए हैं। उन्हें ये समझ लेना चाहिए कि ये जो हो रहा है, यह इंडस्ट्री के साथ -साथ उन्हें भी फायदा पहुंचाएगा
जया बच्चन के बयान के बाद कंगना रनौत कहां चुप रहने वाली थीं। ट्वीट कर उन्होंने अभिषेक और श्वेता तक का भी नाम ले लिया और उनपर निशान साधा
Jaya ji would you say the same thing if in my place it was your daughter Shweta beaten, drugged and molested as a teenage, would you say the same thing if Abhieshek complained about bullying and harassment constantly and found hanging one day? Show compassion for us also 🙏 https://t.co/gazngMu2bA
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
ऐसे में ये कहना कि जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते है, यह उनकी निजी राय भले ही हो सकती है, लेकिन समाज के एक बड़ा वर्ग साफ सुथरे बॉलीवुड को देखना चाहता है। यह वक़्त अब थाली में छेद करने का नही , बल्कि पूरी थाली ही बदलने का है। इससे बॉलीवुड का नुकसान नहीं,फायदा ही होगा। एक तो ड्रग्स की गंदगी समाप्त होगी, दूसरा फिल्मों में नए कलाकार प्रवेश कर सकेंगे। साथ ही माफिया की तरह व्यवहार करने वाले बॉलीवुड गैंग का सफाया हो जाएगा।