छतीसगढ़ : जवानों के हथियार और जूते तक ले गए नक्सली, ऐसा खौफनाक मंजर था वहां
छतीसगढ़ : जवानों के हथियार और जूते तक ले गए नक्सली, ऐसा खौफनाक मंजर था वहां। जिले के तर्रेम थाना इलाके में सिलगेर के जंगल में शनिवार को 1500 जवानों और करीब नक्सलियों के बीच एनकाउंटर के बाद का मंजर रौंगटे खड़े कर देने वाला था। कुछ जवानों के पार्थिव शरीर खुले मैदान में तो कुछ के गांव में पड़े हुए थे। नक्सली जवानों के हथियार और जूते तक लूटकर जंगल में गायब हो गए।
पहले UAV से वहां के मूवमेंट पर नजर रखने के बाद बैकअप फोर्स के जवान मौके पर पहुंचे। शहीद जवानों के नाम अभी सामने नहीं आए हैं। आधिकारित सूचना के मुताबिक अभी 23 जवानों के शहीद होने की खबर आ रही है। इस मुठभेड़ में नक्सलियों के भारी नुकसान होने की खबर है। एक महिला नक्सली का शव बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि अपने साथियों का शव लेकर नक्सली भाग गए हैं। हालांकि इलाके में सर्चिंग अभी जारी है।
ये खतरनाक इलाका गुरिल्ला वार जोन कहा जाता है:
बताया जा रहा है कि जिस जगह पर पुलिस-नक्सल मुठभेड़ हुई है ये इलाका गुरिल्ला वार जोन के तहत आता है। यानी पेड़ और झाड़ियों की ओट लेकर छिपकर और एंबुश बनाकर वार करने में माहिर नक्सलियों के लिए ये कंफर्ट जोन है। यहां फोर्स एक साथ अटैक नहीं करती बल्कि टुकड़ियों में जाती है।
250 से ज्यादा नक्सलियों के होने का अनुमान:
हमले में 250 से ज्यादा नक्सलियों के मौजूद रहने का अनुमान जताया जा रहा है। हालांकि बस्तर IG पी सुंदरराज का कहना है कि नक्सलियों का मूवमेंट अभी भी बना हुआ है। स्थिति स्पष्ट होने में अभी वक्त लगेगा। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले से जवान अलग-अलग टुकड़ियों में इलाके में सर्चिंग पर निकले थे। जोनागुड़ा में नक्सलियों के जमावड़े के इनपुट के बाद जवानों को सूचना दी गई।
फिर अलग-अलग टुकड़ियों में जवान उधर पहुंचने लगे। इधर घात लगाए नक्सलियों ने उस इलाके में एंबुश बना लिया था। जैसे ही उन्होंने देखा कि जवानों की बड़ी संख्या एंबुश में आ गई है तो उन्होंने धुंआधार फायरिंग शुरू कर दी।
छतीसगढ़ : जवानों के हथियार और जूते तक ले गए नक्सली, ऐसा खौफनाक मंजर था वहां