उपमुख्यमंत्री का पद छीना तो दिखाया कुछ इस तरह से गुस्सा
नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत के लिए सुशील मोदी बीजेपी दफ्तर नहीं पहुंचे। चर्चा है कि सुशील मोदी ने इस कदम के जरिए अपनी नाराजगी दिखाई है, सुशील मोदी नई सरकार के गठन की पूरी प्रक्रिया में रविवार को कहीं नहीं दिखे। ऐसा इसलिए क्योंकि 13 साल बाद, सुशील कुमार मोदी से डेप्युटी CM की कुर्सी छीन ली गई,
सुशील मोदी जो पिछले 13 सालों से डेप्युटी CM के तौर पर, नीतीश कुमार के साथ काम कर रहें थे, अब सुशील कुमार से डेप्युटी CM का पद छीन लिया गया है,
बिहार में हाल में हुए विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी ने JDU को आंकड़ों में दूसरे पायदान पर ला पटका था, और NDA को प्रचंण्ड जीत मिली। NDA की इस जीत का कारण साफ तौर पर बीजेपी थी, बीजेपी की इस कामयाबी के बाद ये अटकलें लगाई जा रही थी, अब नीतीश कुमार को CM पद से हटा दिया जाएगा, लेकिन सब कुछ बिलकुल इसके उलट हुआ।
अब नीतीश कुमार 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए है, साथ ही बिहार को बीजेपी की और से दो नए, तारकिशोर प्रसाद सिंह और रेणु देवी, उप मुख्यमंत्री के तौर पर मिल गए है।