अयोध्या में मस्जिद के लिए सबसे पहले हिंदू ने किया दान, पेश की गंगा-जमुनी तहजीब
लखनऊ। अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के कानून के शिक्षक रोहित श्रीवास्तव ने गंगा-जमुनी तहजीब का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। यह जानकारी इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ) के सचिव अतहर हुसैन ने रविवार को दी।
हुसैन ने एएनआई से कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण योगदान है और इससे अयोध्या में उन्हें दी गई पांच एकड़ भूमि पर मस्जिद बनाने के उद्देश्य को प्राप्त करने की उनकी भावना को और बल मिला है।
हुसैन ने कहा, ”शनिवार का दिन हमारे लिए बहुत खुशी का दिन था जब हमने ट्रस्ट के बाहर से पहला दान स्वीकार किया। यह इसलिए और भी विशेष था क्योंकि यह दान लखनऊ निवासी रोहित श्रीवास्तव ने दिया है। उनके इस काम ने अवध या लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीबा का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण पेश किया है।”
उन्होंने कहा, ”हमें उम्मीद है कि धानीपुर मस्जिद प्रोजेक्ट हमारी उम्मीद के अनुसार ही गति पकड़े रहेगा। ट्रस्ट के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।”
उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल तथा अन्य इमारतें बनाने का काम पूरी गति से चल रहा है और ट्रस्ट की योजना देश की हिंद-मुस्लिम संस्कृति के लंबे इतिहास को प्रदर्शित करने तथा इतिहास में दोनों समुदायों के सौहार्द पर प्रकाश डालने की है।
पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में मस्जिद के लिए उत्तर प्रदेश सुन्नी केंद्रीय वक्फ वोर्ड को भूमि आवंटित की थी। शीर्ष अदालत ने मुख्य मामले में अयोध्या में राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ कर दिया था।