अब से वर्ष में चार बार आयोजित होगा जेईई मेन्स परीक्षा,छात्रों को मिलेगी राहत
अब से वर्ष में चार बार आयोजित होगा जेईई मेन्स परीक्षा,छात्रों को मिलेगी राहत
अब से वर्ष में चार बार आयोजित होगा जेईई मेन्स परीक्षा,छात्रों को मिलेगी राहत
नई दिल्ली। कोरोनो संकटकाल में घरों में रह कर पढ़ाई करने वाले छात्रों को सरकार ने बड़ी राहत देते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले के लिए होने वाले जेईई मेन्स परीक्षा को अब साल में चार बार लेने का फैसला किया है।
इससे छात्रों को अपना स्कोर सुधारने का अवसर प्राप्त होगा, क्योंकि जिस परीक्षा में अधिक अंक होंगे, उसे ही माना जायेगा।
इसकी शुरुआत अगले साल से हो रही है। पहली परीक्षा 23 से 26 फरवरी के बीच होगी, जबकि अगली परीक्षा मार्च, अप्रैल और मई में कराई जाएगी। अभी तक वर्ष में दो बार जेईई मेन्स परीक्षा का आयोजन होता था। प्रत्येक परीक्षा की अवधि के समाप्त होने के पांच दिन के अंदर परिणाम भी घोषित कर दिया जायेगा।
शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार छात्रों के साथ ही विभिन्न संबंधित विभागों से कई तरह के सुझाव मिले थे, जिस पर गौर करने के बाद यह तय किया गया कि जेईई मेन्स परीक्षा का आयोजन अब चार सत्रों- फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में किया जायेगा।
इस परीक्षा के आधार पर ही छात्रों का चयन जेईई एडवांस के लिए होता है। इसके आधार पर ही आईआईटी में प्रवेश दिया जाता है।
सरकार ने छात्रों को एक और बड़ी राहत दी है। अब छात्रों को 90 में से 75 प्रश्नों ( भौतिकी, रसायन और गणित में से 25- 25 प्रश्न) का ही उत्तर देना होगा। 15 अतिरिक्त प्रश्न होंगे, उनमें माइनस मार्किंग भी नहीं होगा, यानि इन 15 प्रश्नों के गलत होने पर भी नम्बर नहीं कटेंगे।
कोरोना संकट के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने छात्रों को राहत देते हुए जे ई ई मेन्स अंग्रेजी समेत 13 अन्य भाषा में कराने की भी अनुमति दी है। इनमें अंग्रेजी के अलावा हिंदी, गुजराती, असमिया, उर्दु , बंगला, कन्नड़, मराठी, मलयालम, ओड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगू शामिल है। अभी तक इस परीक्षा का आयोजन केवल अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में होती थी।